पार्श्वभूमिका :
यदि आपको या आपके किसी अपने को कुछ लक्षण नज़र आये, सबसे पहले अपने पारिवारिक डॉक्टर से मिले और फिर उनके परामर्श के बाद न्यूरोसर्जन के पास गए। आपको पता चला कि आप या आपका कोई अपना पार्किंसंस से पीड़ित है।
कई परिवारों के लिए पार्किंसंस से सामना होने का पहला अवसर होता है - तात्पर्य ये कि अभी तक आपके किसी नज़दीकी रिश्तेदार, दूर के रिश्तेदार या दोस्तों में किसी को ये नहीं हुआ। कभी कहीं किसी से उड़ते उड़ते सुन लिया होता है कि इसमें हाथों में कम्पन होती है या ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारें में।
प्रारंभिक प्रतिक्रिया:
इस बीमारी का निदान होते ही आप हैरान, उदास या भयभीत हो जाते हैं। ये फर्क नहीं पड़ता कि आप किन भावनाओं का अनुभव कर रहे है लेकिन आप ये नहीं समझ पाते कि आप आगे क्या करे। आपके मन में कई सवाल घूम रहे होते हैं लेकिन आप ये भी नहीं जानते कि डॉक्टर से क्या पूछें। आपको अपने आपको तथा अपने परिवार को समय देना चाहिए और जो सवाल आपके दिमाग में घूम रहे हैं उन्हें डॉक्टर से मिलने से पहले लिख लेने चाहिए।
हमारा मानना है कि इन परिवारों को ये समझ लेना चाहिए कि डॉक्टर से क्या पूछें, ताकि आप आने वाले सफर के लिए तैयार हो जाएँ।
पार्किंसंस का निदान होने पर डॉक्टर से पूछे जाने वाले प्रश्न:
१. क्या मुझे और टेस्टों की ज़रुरत है?
२ .मुझे पार्किंसंस की देखभाल करने वाली टीम में क्या विशेषताएं देखनी चाहिए?
हो सकता है कि आपके न्यूरोलॉजिस्ट आपको किसी और विशेषयज्ञ को सौपें जो आपके अशारीरिक लक्षणों में आपका पथ प्रदर्शन करें। ये फ़िज़ियोथेरेपिस्ट (Physiotherapist), स्पीच थेरेपिस्ट (Speech Therapist) और ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट (Occupational Therapist) हो जो क्रमशं आपके शारीरिक , बोलचाल और रोगोपचार पर काम करें। ये हर किसी के लिए आवश्यक हो ज़रूरी नहीं लेकिन ये हर रोगी पर निर्भर करता है।
३ .मेरा रोग किस स्तर पर है?
४. मेरी बीमारी कितनी तेज़ी से बढ़ेगी?
५. क्या आपके द्वारा बताई गयी दवाइयां बीमारी कि प्रगति को धीमा करेंगी?
६ .पार्किंसंस का मेरे काम, घूमने फिरने एवं फुरसत पर क्या असर पड़ेगा?
७ .क्या व्यायाम आवश्यक है? अगर हैं तो व्यायाम कब शुरू करें और कौनसा व्यायाम करें?
८ .मैं क्या शारीरिक बदलाव अपेक्षित करूँ? क्या मैं अपनी सामान्य गतिविधियां, रूचि और खेल जारी रख सकता हूँ?
९ .आप आगे के लिए कौनसा इलाज करने का सुझाव देंगे?
१० .क्या बीमारी कि प्रगति से इलाज मैं कोई बदलाव आएगा और आपके पास मुझे कितने अंतराल के बाद आना होगा?
११ .इन दवाओं के क्या दुष्प्रभाव है और उनसे बचने के लिए मैं क्या कदम उठा सकता हूँ?
१२ .क्या खान पान का इस पर कोई असर पड़ता है? मुझे क्या खाना टालना चाहिए?
१३ .क्या मुझे अपनी जीवन शैली में कोई बदलाव करना चाहिए?
१४ .क्या कोई ऐसा अतिरिक्त इलाज़ है जो मुझे आपके द्वारा बताये गए इलाज के साथ करना चाहिए?
१५. क्या ऐसी कोई संस्था या सहायक समूह है जो आप सुझा सकते हैं?
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